राजस्थान, भारत का सबसे बड़ा राज्य, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और स्थापत्य दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। यहाँ के प्रमुख नगर न केवल अपनी भव्यता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि इनके संस्थापक भी इतिहास में अपनी विशेष पहचान रखते हैं। इस अध्याय में हम राजस्थान के प्रमुख नगरों, उनके संस्थापकों, नगरों के उपनामों, ऐतिहासिक महत्व, प्राचीन नामों और भौगोलिक विशेषताओं का विस्तार से अध्ययन करेंगे।
Page Contents
राजस्थान के प्रमुख नगर एवं उनके संस्थापक
राजस्थान के नगरों की स्थापना विभिन्न कालखंडों में अलग-अलग राजाओं, शासकों या वंशों द्वारा की गई थी। निम्नलिखित तालिका में प्रमुख नगरों और उनके संस्थापकों की सूची दी गई है ।
नगर | संस्थापक |
---|---|
अजमेर | अजयराज |
अलवर | राव प्रताप सिंह |
बीकानेर | राजा बीका |
भरतपुर | राजा सूरजमल |
चित्तौड़गढ़ | चित्रांगद मौर्य |
डूंगरगढ़ | राजा डूंगर सिंह |
जोधपुर | राजा जोधा |
जयपुर | सवाई जय सिंह |
जैसलमेर | भाटी जैसल |
किशनगढ़ | किशन सिंह राठौड़ |
प्रतापगढ़ | महारावल प्रताप सिंह |
श्रीगंगानगर | राजा गंगा सिंह |
सुजानगढ़ | महाराज सुजान सिंह |
सूरतगढ़ | महाराज सूरत सिंह |
सरदारशहर | महाराज सरदार सिंह |
शाहपुरा | शाहजहाँ |
उम्मेद नगर | उम्मेद सिंह |
उदयपुर | राणा उदय सिंह |
नगरों के ऐतिहासिक उपनाम और विशेषताएँ
राजस्थान के नगर अपने विशिष्ट उपनामों और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध हैं5। नीचे दी गई तालिका में कुछ प्रमुख नगरों के उपनाम दिए गए हैं:
नगर | उपनाम/विशेषता |
---|---|
जयपुर | गुलाबी नगर, भारत का पेरिस |
जैसलमेर | स्वर्ण नगरी |
बूँदी | बावड़ियों का शहर |
बीकानेर | ऊँट उत्सव का नगर |
उदयपुर | झीलों की नगरी |
जोधपुर | सूर्य नगरी |
जयपुर को गुलाबी नगर कहा जाता है क्योंकि यहाँ की अधिकांश इमारतें गुलाबी रंग की हैं। जैसलमेर को स्वर्ण नगरी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ की इमारतें पीले पत्थर से बनी हैं, जो सूर्य की किरणों में सुनहरी दिखती हैं।
प्रमुख नगरों के प्राचीन नाम
कई नगरों के प्राचीन नाम भी इतिहास में मिलते हैं, जो उनकी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं68। नीचे तालिका में कुछ नगरों के प्राचीन नाम दिए गए हैं:
वर्तमान नगर | प्राचीन नाम |
---|---|
भरतपुर | शूरसेन |
करौली | शूरसेन |
धौलपुर | शूरसेन |
अजमेर | अजयमेरु |
जयपुर | आमेर (पुराना क्षेत्र) |
उदयपुर | मेवाड़ |
बीकानेर | जांगल देश |
जोधपुर | मारवाड़ |
राजस्थान के नगरों की भौगोलिक एवं जनसंख्या विशेषताएँ
राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, और यहाँ के नगर जनसंख्या, क्षेत्रफल व विकास की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं3। जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, उदयपुर, अलवर आदि प्रमुख नगर हैं।
नगर | जनसंख्या (2021) | जनसंख्या (2031 अनुमानित) | विशेष टिप्पणी |
---|---|---|---|
जयपुर | 40 लाख+ | 50 लाख+ | सबसे बड़ा नगर, राजधानी |
जोधपुर | 20 लाख+ | 25 लाख+ | सूर्य नगरी |
कोटा | 15 लाख+ | 20 लाख+ | शिक्षा नगरी |
बीकानेर | 10 लाख+ | 15 लाख+ | रेगिस्तानी नगर |
उदयपुर | 8 लाख+ | 12 लाख+ | झीलों की नगरी |
प्रमुख नगरों के स्थापत्य एवं सांस्कृतिक महत्व
1. जयपुर
संस्थापक: सवाई जय सिंह
विशेषता: गुलाबी नगर, भारत का पहला सुव्यवस्थित नगर, वास्तुकला में जयपुर शैली, जंतर-मंतर, हवा महल, आमेर किला आदि।
2. जोधपुर
संस्थापक: राव जोधा
विशेषता: सूर्य नगरी, मेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन पैलेस, मारवाड़ क्षेत्र का प्रमुख केंद्र।
3. बीकानेर
संस्थापक: राजा बीका
विशेषता: जूनागढ़ किला, करणी माता मंदिर, ऊँट उत्सव, रेगिस्तानी संस्कृति।
4. उदयपुर
संस्थापक: राणा उदय सिंह
विशेषता: झीलों की नगरी, पिछोला झील, सिटी पैलेस, सज्जनगढ़ किला, मेवाड़ की राजधानी।
5. जैसलमेर
संस्थापक: भाटी जैसल
विशेषता: स्वर्ण नगरी, सोनार किला, रेगिस्तानी पर्यटन, लोक संस्कृति।
प्रमुख नगरों के संस्थापक वंश
राजस्थान के नगरों की स्थापना में राजपूत वंश की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रमुख वंश निम्नलिखित हैं:
- कछवाहा वंश : जयपुर, आमेर
- राठौड़ वंश : जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़
- सिसोदिया वंश : उदयपुर, चित्तौड़गढ़
- भाटी वंश : जैसलमेर
नगरों से संबंधित प्रमुख झीलें, बांध एवं स्थल
राजस्थान के नगरों में कई प्रसिद्ध झीलें, बांध और ऐतिहासिक स्थल भी हैं5। नीचे तालिका में कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
नगर | प्रसिद्ध झील/बांध/स्थल |
---|---|
उदयपुर | पिछोला झील, फतेह सागर, सज्जनगढ़ |
बीकानेर | गजनेर झील, लूनकरनसर |
जयपुर | मानसागर झील, नाहरगढ़ |
बूंदी | नवलखा सागर, जेत सागर |
भरतपुर | मोती झील, केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान |
राजस्थान के नगरों से जुड़े प्रसिद्ध व्यक्तित्व
- सवाई जय सिंह (जयपुर): खगोलशास्त्र एवं नगर नियोजन के लिए प्रसिद्ध।
- राणा उदय सिंह (उदयपुर): मेवाड़ की स्थापना।
- राजा बीका (बीकानेर): बीकानेर राज्य की स्थापना।
- राजा सूरजमल (भरतपुर): जाट शक्ति के महानायक।
- भाटी जैसल (जैसलमेर): जैसलमेर दुर्ग के निर्माता।
निष्कर्ष
राजस्थान के नगर न केवल इतिहास और संस्कृति के प्रतीक हैं, बल्कि इनकी स्थापना करने वाले संस्थापक भी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इन नगरों की भव्यता, स्थापत्य, संस्कृति, और ऐतिहासिक घटनाएँ राजस्थान को विशेष बनाती हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से भी यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है।
महत्वपूर्ण तथ्य (Quick Facts Table)
बिंदु | विवरण |
---|---|
सबसे बड़ा नगर | जयपुर |
सबसे पुराना नगर | अजमेर |
झीलों की नगरी | उदयपुर |
स्वर्ण नगरी | जैसलमेर |
गुलाबी नगर | जयपुर |
प्रमुख स्थापत्य कला | आमेर, मेहरानगढ़, जूनागढ़, सिटी पैलेस |
- नगरों के संस्थापक, प्राचीन नाम, उपनाम और विशेषताएँ अवश्य याद रखें।
- तालिकाओं के माध्यम से त्वरित रिवीजन करें।
- प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर नगर-स्थापक से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।