राजस्थान के प्रमुख राजवंश

By RR Classes

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राजस्थान का इतिहास अनेक प्रमुख राजवंशों की वीरता, संस्कृति और प्रशासनिक कुशलता से भरा हुआ है। यहाँ के राजवंशों ने न केवल क्षेत्रीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी। इन राजवंशों ने किलों, महलों, मंदिरों, झीलों का निर्माण करवाया, युद्धों में भाग लिया और अपनी सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाया। प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य अध्ययन के लिए राजस्थान के प्रमुख राजवंश एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है।

राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का संक्षिप्त परिचय

राजस्थान में मुख्यतः निम्नलिखित राजवंशों का शासन रहा:

  • गुर्जर-प्रतिहार वंश
  • गुहिल/सिसोदिया वंश (मेवाड़)
  • राठौड़ वंश (मारवाड़, बीकानेर)
  • चौहान वंश (अजमेर, रणथम्भौर, जालौर, नाडौल)
  • कच्छवाहा वंश (जयपुर, आमेर)
  • हाड़ा चौहान वंश (बूंदी, कोटा, झालावाड़)
  • भाटी वंश (जैसलमेर)
  • जादौन वंश (करौली)
  • परमार वंश (धार, आबू, वागड़)
  • तोमर, सोलंकी, जाट, मीणा, भील आदि अन्य वंश

1. गुर्जर-प्रतिहार वंश

प्रमुख विशेषताएँ:

  • गुर्जर-प्रतिहार वंश ने 8वीं से 11वीं शताब्दी तक राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर भारत के बड़े हिस्से पर शासन किया।
  • नागभट्ट प्रथम (725-740 ई.) इस वंश के संस्थापक माने जाते हैं।
  • मिहिर भोज (840-890 ई.) इस वंश के सबसे प्रतापी शासक थे।
  • प्रतिहारों ने अरब आक्रमणों का डटकर मुकाबला किया।

महत्वपूर्ण केंद्र: कन्नौज, भीनमाल, मंडोर

2. गुहिल/सिसोदिया वंश (मेवाड़)

प्रमुख विशेषताएँ:

  • गुहिल वंश की स्थापना गुहिल ने की थी, बाद में इन्हें सिसोदिया कहा जाने लगा।
  • चित्तौड़गढ़ और बाद में उदयपुर इनकी राजधानी रही।
  • राणा सांगा, महाराणा प्रताप, महाराणा कुम्भा जैसे महान शासक इसी वंश से थे।
  • इन्होंने मुगलों, दिल्ली सल्तनत और अन्य आक्रमणकारियों से निरंतर संघर्ष किया।
शासकशासन काल (ई.)प्रमुख उपलब्धियाँ
राणा सांगा1509-1528खानवा युद्ध, दिल्ली-मालवा-गुजरात पर विजय
महाराणा प्रताप1572-1597हल्दीघाटी युद्ध, मुगलों से संघर्ष
महाराणा कुम्भा1433-1468कुम्भलगढ़ दुर्ग, विजय स्तंभ निर्माण

3. राठौड़ वंश (मारवाड़, बीकानेर)

मुख्य शाखाएँ:

  • मारवाड़ के राठौड़ (जोधपुर)
  • बीकानेर के राठौड़

प्रमुख शासक एवं उपलब्धियाँ:

  • राव जोधा (1459 ई.) ने जोधपुर नगर की स्थापना की।
  • मालदेव राठौड़ (1531-1562 ई.) ने मारवाड़ की सीमाओं का विस्तार किया।
  • राव बीका (1488 ई.) ने बीकानेर की स्थापना की।
शासकराज्यशासन काल (ई.)उपलब्धियाँ
राव जोधामारवाड़1438-1489जोधपुर की स्थापना
मालदेव राठौड़मारवाड़1531-1562सुमेलगिरि युद्ध, राज्य विस्तार
राव बीकाबीकानेर1488-1505बीकानेर की स्थापना

4. चौहान वंश

मुख्य शाखाएँ:

  • अजमेर, रणथम्भौर, नाडौल, जालौर, हाड़ौती आदि।

प्रमुख शासक:

  • पृथ्वीराज चौहान (1177-1192 ई.) – अजमेर एवं दिल्ली के शासक, तराइन के युद्धों में प्रसिद्ध।
  • हम्मीर देव (1282-1301 ई.) – रणथम्भौर के शासक, अलाउद्दीन खिलजी से संघर्ष।
शासकराज्यशासन काल (ई.)प्रमुख घटनाएँ
पृथ्वीराज चौहानअजमेर1177-1192तराइन युद्ध, मोहम्मद गौरी से संघर्ष
हम्मीर देवरणथम्भौर1282-1301खिलजी से संघर्ष, रणथम्भौर रक्षा

5. कच्छवाहा वंश (जयपुर, आमेर)

प्रमुख शासक:

  • दुल्हाराय – कच्छवाहा वंश के संस्थापक (1137 ई.)।
  • भारमल (1547-1573 ई.) – अकबर के समकालीन, आमेर के शासक।
  • मानसिंह प्रथम (1589-1614 ई.) – अकबर के नवरत्न, कुशल सेनापति।
  • सवाई जयसिंह द्वितीय (1700-1743 ई.) – जयपुर नगर की स्थापना।
शासकशासन काल (ई.)उपलब्धियाँ
दुल्हाराय1137-1170कच्छवाहा वंश की स्थापना
मानसिंह प्रथम1589-1614अकबर के नवरत्न, आमेर का विकास
सवाई जयसिंह द्वितीय1700-1743जयपुर नगर की स्थापना, जंतर-मंतर

6. हाड़ा चौहान वंश (बूंदी, कोटा, झालावाड़)

मुख्य शाखाएँ:

  • बूंदी, कोटा, झालावाड़

प्रमुख शासक:

  • राव देवाजी – बूंदी के संस्थापक।
  • राव माधोसिंह – कोटा के संस्थापक।
  • राव झालिम सिंह – झालावाड़ के संस्थापक।

7. भाटी वंश (जैसलमेर)

प्रमुख विशेषताएँ:

  • भाटी वंश के शासक स्वयं को यदुवंशी मानते हैं, अर्थात भगवान श्रीकृष्ण के वंशज।
  • रावल जैसल (1155 ई.) ने जैसलमेर नगर की स्थापना की।
  • भाटी वंश ने अरब आक्रमणों का डटकर मुकाबला किया।

8. जादौन वंश (करौली)

  • जादौन वंश भी यदुवंशी है।
  • करौली राज्य की स्थापना राव अर्जुन देव ने 1348 ई. में की।

9. परमार वंश

  • परमार वंश मुख्यतः मालवा, आबू, वागड़ क्षेत्र में प्रसिद्ध रहा।
  • राजा भोज (1018-1060 ई.) इस वंश के सबसे प्रसिद्ध शासक थे।
  • आबू के परमारों ने भी राजस्थान के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

10. अन्य राजवंश

  • तोमर, सोलंकी, जाट, मीणा, भील आदि वंशों ने भी राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में शासन किया।

राजस्थान के प्रमुख राजवंशों की तुलना

राजवंशप्रमुख क्षेत्रसंस्थापक/प्रमुख शासकराजधानीप्रमुख उपलब्धियाँ
गुर्जर-प्रतिहारभीनमाल, कन्नौजनागभट्ट प्रथम, मिहिर भोजकन्नौजअरब आक्रमणों से रक्षा, सांस्कृतिक विकास
गुहिल/सिसोदियामेवाड़गुहिल, राणा सांगा, प्रतापचित्तौड़, उदयपुरमेवाड़ की रक्षा, हल्दीघाटी युद्ध
राठौड़मारवाड़, बीकानेरराव जोधा, मालदेव, बीकाजोधपुर, बीकानेरजोधपुर-बीकानेर स्थापना, राज्य विस्तार
चौहानअजमेर, रणथम्भौरपृथ्वीराज, हम्मीरअजमेर, रणथम्भौरतराइन युद्ध, खिलजी से संघर्ष
कच्छवाहाआमेर, जयपुरदुल्हाराय, मानसिंह, जयसिंहआमेर, जयपुरआमेर-जयपुर स्थापना, मुगल संबंध
हाड़ा चौहानबूंदी, कोटा, झालावाड़देवाजी, माधोसिंह, झालिम सिंहबूंदी, कोटाबूंदी-कोटा स्थापना, प्रशासनिक नवाचार
भाटीजैसलमेररावल जैसलजैसलमेरजैसलमेर स्थापना, अरब आक्रमणों से रक्षा
जादौनकरौलीराव अर्जुन देवकरौलीकरौली राज्य स्थापना
परमारमालवा, आबू, वागड़भोज, धरणिवर्माधार, आबूसांस्कृतिक उत्थान, मंदिर निर्माण

राजवंशों के प्रमुख नगर एवं संस्थापक

नगरसंस्थापकस्थापना वर्ष (ई.)
अजमेरअजयपाल1113
जैसलमेरभाटी जैसल1155
जोधपुरराव जोधा1459
बीकानेरराव बीका1488
कोटाराव जैतसिंह1346
करौलीराव अर्जुन देव1348
डूंगरपुरडूंगरसिंह1358
उदयपुरराणा उदयसिंह1559

महत्वपूर्ण शासकों की सूची

शासकवंशराज्यशासन काल (ई.)प्रमुख उपलब्धियाँ
राणा सांगासिसोदियामेवाड़1509-1528खानवा युद्ध, दिल्ली-मालवा-गुजरात पर विजय
महाराणा प्रतापसिसोदियामेवाड़1572-1597हल्दीघाटी युद्ध, मुगलों से संघर्ष
राव जोधाराठौड़मारवाड़1438-1489जोधपुर की स्थापना
मालदेव राठौड़राठौड़मारवाड़1531-1562राज्य विस्तार, सुमेलगिरि युद्ध
पृथ्वीराज चौहानचौहानअजमेर, दिल्ली1177-1192तराइन युद्ध, मोहम्मद गौरी से संघर्ष
मानसिंह प्रथमकच्छवाहाआमेर1589-1614अकबर के नवरत्न, आमेर का विकास
सवाई जयसिंह द्वितीयकच्छवाहाजयपुर1700-1743जयपुर नगर की स्थापना, जंतर-मंतर
रावल जैसलभाटीजैसलमेर1155जैसलमेर की स्थापना

निष्कर्ष

राजस्थान के प्रमुख राजवंश न केवल क्षेत्रीय शक्ति के प्रतीक रहे हैं, बल्कि भारतीय इतिहास में भी इनका विशिष्ट स्थान है। इन राजवंशों ने अपनी वीरता, सांस्कृतिक धरोहर, प्रशासनिक कुशलता और निर्माण कार्यों से राजस्थान को गौरवान्वित किया। आज भी इनके द्वारा निर्मित किले, महल, मंदिर और झीलें राजस्थान की पहचान हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इन राजवंशों का क्रम, प्रमुख शासक, उपलब्धियाँ और ऐतिहासिक घटनाएँ अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य (Quick Revision):

  • गुर्जर-प्रतिहार – अरब आक्रमणों से रक्षा, कन्नौज केंद्र
  • सिसोदिया – मेवाड़ की रक्षा, हल्दीघाटी युद्ध
  • राठौड़ – जोधपुर, बीकानेर की स्थापना
  • चौहान – पृथ्वीराज चौहान, तराइन युद्ध
  • कच्छवाहा – आमेर, जयपुर, मुगल संबंध
  • हाड़ा चौहान – बूंदी, कोटा, झालावाड़
  • भाटी – जैसलमेर, यदुवंशी
  • परमार – मालवा, आबू, सांस्कृतिक उत्थान

यह लेख राजस्थान के प्रमुख राजवंशों पर आधारित है और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।


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